G-20 आयोजन स्थल पर कोणार्क सूर्य
मंदिर के चक्र की
प्रतिकृति
कोणार्क सूर्य मंदिर
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स्थित- ओडिसा
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निर्माण- राजा नरसिम्हादेव
प्रथम
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समय- 13वीं
शताब्दी
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अन्य नाम- ब्लैक पगोड़ा
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यूनेस्को में शामिल - 1984
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मंदिर शैली- कलिंग या उड़ीसा शैली
विशेष तथ्य
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कोणार्क चक्र की घूमती गति समय, प्रगति,
परिवर्तन का प्रतीक है।
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कोणार्क चक्र में 24
तीलियाँ जो तिरंगे में दर्शाये गए है।
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सनातन धर्म में ऐसी मान्यता है कि भगवान सूर्य
के रथ को 7
घोड़े खींचते है और उसमें 12 पहिए लगे हुए और
उसी को ध्यान में रखते हुए इस मंदिर को रथ के आकार का बनाया गया है।